Essay on Spring Season in Hindi । वसंत ऋतु पर निबंध

Essay on Spring season in Hindi । वसंत ऋतु पर निबंध : दोस्तों, आज मैं कक्षा 1 से 12 तक के सभी विद्यार्थियों के लिए काफी सरल शब्दों में वसंत ऋतु पर निबंध लिखने का प्रयास करी हुँ। हमारी कोशिश है कि इस निबंध के माध्यम से आज मैं आप सभी को वसंत ऋतु से जुड़े विभिन्न तथ्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दे पाऊ।

About Spring Season in Hindi in 150 Words

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जैसा कि हम सभी जानते हैं। हमारा देश भारत जलवायु विविधताओं से भरा है। यही कारण है कि भारत में ऋतु और मौसम परिवर्तन होते रहते हैं। आमतौर पर कहा जाए तो भारत में सामान्य रूप से छह प्रकार की ऋतुएँ पायी जाती है। जिनमें से एक है- वसंत ऋतु। जिसे सबसे आनंददायक और मनमोहक ऋतु माना जाता है।

वसंत ऋतु हर किसी को पसंद आता है, क्योंकि इस ऋतु में नए-नए फूल-पत्तियों और चारों ओर हरियाली का मनमोहक नजारा होता है। यही कारण है कि वसंत को ऋतुओं का राजा, मधुमास या ऋतुराज कहा जाता है। वसंत ऋतु चारों ओर हरियाली से भरा ऋतु है। हमारे देश में वसंत ऋतु सर्दी के बाद मार्च-अप्रैल में आती है और लगभग मई तक रहती है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि वसंत ऋतु को आनंद, उल्लास, रूप और सौंदर्य, जवानी और रवानी का प्रतीक माना जाता है।

इस ऋतु में तापमान सामान्य रहता है अर्थात् ना ज्यादा ठंडा और ना ही ज्यादा गर्मी रहती है। इतना ही नहीं बल्कि वसंत ऋतु (Essay on Spring Season in Hindi) में लोगों को ठंड से निजात मिलती है और वह हल्के फुल्के कपड़े पहनने लगते हैं। इस ऋतु में पेड़-पौधे अपने पुराने पत्तियों को गिरा कर उनमें नवीन हरि पतियों का सृजन करते है।

इतना ही नहीं बल्कि वसंत ऋतु में आम, लीची जैसे मौसमी फलों के वृक्षों में मंजर आता है। यही कारण है कि वसंत ऋतु को नवीन सृजन का ऋतु भी कहा जाता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि वसंत ऋतु में गुलाब ,सूर्यमुखी ,गेंदा, सरसों आदि फूलों की मनमोहक खुशबू इस वातावरण को और भी मनमोहक बना देता है।

Spring Season Essay in Hindi in 250 Words

ऋतुराज वसंत सर्दी और गीष्म ऋतु के बीच आता है। सामान्य रूप से वसंत का आगमन मार्च में होता है और अंत मई में होता है। अगर मै भारतीय हिंदू कैलेंडर के अनुसार कहूँ तो वसंत ऋतु का आगमन फाल्गुन में होता है और अंत वैशाख में होता है। वसंत ऋतु (Essay on Spring Season in Hindi) सुहावनी और हरियाली वातावरण का प्रतीक है।

सबसे बड़ी बात तो यह है कि, सबसे मनमोहक आवाज वाली पक्षी कोयल भी इसी ऋतु में अपने गीत से चारों ओर अपने स्वर से संगीत का समां बांधते हैं।इस ऋतु में बाग-बगीचो मे मंजरते वृक्षो का दृश्य काफी मनमोहक होता है। सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण बात तो यह है कि इस ऋतु में प्रकृति पूर्ण रूप से सक्रिय हो जाता है और ऐसा लगता है कि पृथ्वी पर पुनः नए जीवन की शुरुआत हुई है।

इतना ही नहीं बल्कि वसंत ऋतु का आगमन विभिन्न देशों में विभिन्न समय पर और विभिन्न तापमान के साथ होता है। इस ऋतु को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस ऋतु में लोग फलो का राजा आम खाने का खूब मजे उठाते हैं। इतना ही नहीं बल्कि वसंत ऋतु किसानों के लिए काफी महत्वपूर्ण होती है।

क्योंकि इस ऋतु में खेतों में लगी फसल पकने लगते हैं और उसको काटने का समय आ जाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि वसंत में कई त्योहार मनाए जाते हैं। जैसे- वैशाखी, बिहु, रामनवमी इत्यादि। वसंत ऋतु अच्छी भावनाएं, अच्छा स्वास्थ्य और पौधों को नया जीवन देती है। यह सबसे सुंदर और आकर्षक मौसम है। अतः हम कर सकते हैं कि वसंत ऋतु प्रकृति सौंदर्य को दर्शाने वाला ऋतु है।

Basant Ritu Par Nibandh in 550 Words

वसंत ऋतु समूचे सजीव जगत के लिए सबसे पसंदीदा और सुहावना मौसम होता है। इस ऋतु का स्वागत पक्षी अपनी सुरीली गीतों से करती है। य़ह ऋतु पृथ्वी पर नए जीवन का संचार करता है। वसंत ऋतु में सामान्य तापमान रहने के कारण यह ऋतु मानव सहित अन्य जीवो के लिए काफी अच्छा और सुंदर होता है। यह मौसम मनुष्य को मानसिक रूप से खुशी प्रदान करता है।

आमों के मंजर, वृक्षों के नए-नए पत्तियों और पक्षियों की सुरीली की गीत इस ऋतु की सबसे बड़ी खासियत है। भारत में इस ऋतु के दौरान गेहूं, कई दलहन और तिलहन फसलों की कटाई होती है। यह ऋतु भारतीय किसानों को धनों से परिपूर्ण करते हैं। यही कारण है कि इस ऋतु में कई फसली त्योहार जैसे- वैशाखी, पोंगल, बिहु, होली इत्यादि मनाई जाती है।
वसंत ऋतु लोगों को गर्म और मोटे-मोटे कपड़े से निजात दिलाता है, क्योंकि इस ऋतु में सामान्य तापमान रहने के कारण लोग हल्के फुल्के कपड़े पहनते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस ऋतु के दौरान पक्षी जो सर्दी में पलायन कर चुके थे, वे सभी पुनः भारत आने लगते हैं। जो अपनी सुरीली आवाजों से भारतीय वातावरण में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते है।

वसंत ऋतु में तापमान में नमी आ जाती है।इतना ही नहीं बल्कि सभी जगह हरे भरे पेड़ों और फूलों के कारण चारों और हरियाली और रंगीन परिदृश्य दिखाई देता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि वसंत ऋतु के शुरुआत में हिंदुओं का सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक होली का त्योहार आता है। जिसमें बच्चे, बुढ़े और जवान रंग और गुलाल के द्वारा इस त्योहार का खुब आनंद उठाते हैं।

इतना ही नहीं बल्कि ऋतु राज वसंत के आते ही प्रकृति नई वेशभूषा, नई विच्छिति में उपस्थित होती है। लेकिन एक बात यह भी है कि भारत के कुछ भागों में लोग गर्म वातावरण के कारण इस मौसम का मजा नहीं उठा पाते हैं। वसंत ऋतु के आगमन से मनुष्य सहित अन्य सजीवों में नई ऊर्जा, नई आत्मविश्वास और नए जीवन की शुरुआत होती है। इस ऋतु का मौसम काफी आनंद प्रदान करता है।

वसंत ऋतु को खुशी और प्रसन्नता का मौसम कहा जाता है। क्योंकि सर्दियों में काफी ठंड होती है, तो गर्मियों में काफी गर्मी और बरसात मे काफी बारिश होती है। जिससे चारों और कीचड़मय हो जाता है। यही कारण है कि वसंत ऋतु को सबसे अच्छा मौसम माना जाता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस ऋतु मे दिन और रात लगभग समान होता है।

इतना ही नहीं बल्कि बागो में रंग-बिरंगे फूलों के खिलने से भौंरे चारों ओर गुनगुनाने लगते हैं। शास्त्रों में कामदेव को वसंत का दूत माना जाता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि भगवान श्री कृष्ण ने इस ऋतु का प्रशंसा करते हुए कहे थे कि “ऋतुओं में मैं वसंत हुँ।” इतना ही नहीं बल्कि वसंत ऋतु में बाजारों में नए-नए फल, सब्जी और अनाज का आगमन होता है।

पर्यटक इस ऋतु का इंतजार लंबे समय से करते है। क्योंकि यह ऋतु पर्यटन और पिकनिक के लिए भी अनुकूल माना जाता है। खासकर बच्चे इस ऋतु में खुब मजे करते है। वसंत ऋतु में खेतों में फसलों के पक जाने से ऐसा प्रतीत होता है कि खेतों में स्वर्ण का चादर बिछी हुई है। वैज्ञानिक इस ऋतु को स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से पूरे सजीव जगत के लिए अच्छा मानते हैं। इस ऋतु में स्वर्ग जैसा वातावरण प्रतीत होता है। अतः वसंत ऋतु वास्तव में प्रकृति का अद्भुत निर्माण है।

Spring Season in Hindi in 1100 Words

परिचय (Introduction)

वसंत एक ऐसा ऋतु है। जिसके आगमन से मन लहलहा उठती है और अंतरात्मा मुस्कुरा उठती है।यद्यपि वसंत ऋतु का काल काफी छोटा होता है परंतु इतने ही समय में पूरे सजीव जगत में नई जीवन का शुरुआत होता है। इतना ही नही बल्कि वसंत को आनंद, खुशी, सौंदर्य, मौज और मस्ती, स्फूर्ति और संचेतना का प्रतीक माना जाता है।

कोयल अपनी सुरीली गीतो से वसंत ऋतु (Essay on Spring Season in Hindi) का स्वागत करती है। इतना ही नहीं बल्कि पेड़-पौधे अपने तने से पुराने पत्तों को गिराकर, नवीन कोमल पत्तों का परिधान धारण करती है तथा बागो में खिले रंग बिरंगे फूलों पर भौंरे गुनगुना कर इस सुंदर वातावरण में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं।

वसंत ऋतु के आगमन से पृथ्वी पर नए जीवन की शुरुआत होती है। इतना ही नहीं बल्कि इस ऋतु में चारों ओर हरियाली और सुहावना माहौल होता है। वसंत ऋतु की महानता का अनुमान हम इस बात से लगा सकते हैं कि स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने इस ऋतु के संबंध में कहे थे कि “ऋतुनां कुसुमाकर: अर्थात ऋतुओं में मैं वसंत हुँ।”

वसंत ऋतु का काल (Period of Spring Season)

यह बात सर्वदा सत्य है कि वसंत ऋतु की अवधि काफी छोटी होती है। ऐसा माना जाता है कि माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि से वसंत ऋतु आरंभ होता है। वैसे भारत में वसंत ऋतु का काल फरवरी-मार्च से लेकर अप्रैल-मई के बीच होता है। अगर हम भारतीय हिंदू कैलेंडर की बात करें तो भारत में वसंत ऋतु का काल फाल्गुन से वैशाख के बीच होता है।

एक निश्चित तिथि के अनुसार अगर हम वसंत ऋतु के आगमन की बात करें तो वसंत ऋतु का काल 15 फरवरी से 15 अप्रैल तक माना जाता है। समान्यतः वसंत ऋतु का काल अवधि 3 महीनों का होता है।वसंत ऋतु का लोग आनंद उठाने मे इतने खो जाते हैं कि यह ऋतु इतना जल्दी बीत जाता है कि पता ही नहीं चलता। यद्यपि यह बात भी सर्वदा सत्य हैं कि वसंत ऋतु अन्य ऋतुओं के अपेक्षा ज्यादा आरामदायक और खुशनुमा होता है ।

तथापि इसकी अवधि अन्य ऋतुओं से कम होती है। भारत में वसंत ऋतु सर्दी के बाद और गर्मी से पहले आती है।यही कारण है कि वसंत ऋतु में सम जलवायु होता है अर्थात ना ज्यादा गर्मी और ना ही ज्यादा ठंडी होती है। इस ऋतु में मौसम काफी सुहावना होता है। वसंत ऋतु के आगमन का मतलब होता है कि पूरे सजीव जगत में खुशियों का आगमन होना।

वसंत ऋतु में भारतीय परिदृश्य (The Landscape of India in Spring Season)

जैसा कि हम ने पहले ही बता दि कि भारत में वसंत ऋतु का आगमन सर्दी के बाद होता है। इस ऋतु में लोगों को मोटे-मोटे और ऊनी कपड़ों से राहत मिलती है, क्योंकि इस ऋतु में सम जलवायु रहने के कारण लोग हल्के-फुल्के कपड़ा पहनना शुरू करते हैं। इतना ही नहीं बल्कि वृक्षो के तने में लगे नए पत्तियों, बाग बगीचों में खिले सुंदर फूल, आम के मंजर इत्यादि के कारण इस ऋतु में चारों और हरियाली और सौंदर्य का वातावरण होता है।

वसंत ऋतु की सबसे बड़ी खासियत तो यह है कि इस ऋतु में लोग फलों के राजा आम खाने का खूब मजे उठाते हैं। इतना ही नहीं बल्कि चारों ओर पक्षियों की चहचहाहट मानव मस्तिष्क को खुशी प्रदान करती है। वसंत ऋतु के दौरान खेतों में फसल पकने लगते हैं।इस कारण ऐसा प्रतीत होता है खेतों में स्वर्ण का चादर बिछा है। वसंत ऋतु आनंद और खुशी का ऋतु है।

इस ऋतु में कई त्योहार आते हैं जिनमें होली, वैशाखी, बिहु, रामनवमी प्रमुख है। होली में बच्चे, बूढ़े और जवान खुब रंग और गुलाल उड़ाते हैं और खूब मजे करते हैं। खासकर बच्चे इस त्योहार में खूब आनंद उठाते हैं। इतना ही नहीं बल्कि कोयल अपनी सुरीली गीतों से इस ऋतु को और भी मनमोहक बना देता है।

वसंत ऋतु में खेतों में फसल कटने लगते हैं अर्थात यह ऋतु भारतीय किसानों को के लिए काफी अच्छा होता है। शास्त्रों के अनुसार वसंत को कामदेव का पुत्र कहा गया है। इतना ही नहीं बल्कि कामदेव उल्लास और सौंदर्य का देवता माना जाता है।

वसंत ऋतु मे उपजने वाले फल, फूल और अनाज

वसंत ऋतु में कई फल, फूल और अनाज उपजते हैं। इन्हीं सब के कारण यह ऋतु काफी मनमोहक होती है। इस ऋतु के दौरान कई फूल खिलते हैं। जिनमें सबसे प्रमुख गुलाब, गेंदा, सूर्यमुखी, सरसों आदि के फूल होते हैं। इन फूलों की खुशबू भारतीय वातावरण को काफी खुशनुमा बना देते हैं। इतना ही नहीं बल्कि इन फूलों को देख कर अंतरात्मा आनंद हो उठता है।

दूसरी ओर इस ऋतु में कई मौसमी फल आते हैं। वसंत ऋतु (Essay on Spring Season in Hindi) के सबसे महत्वपूर्ण मौसमी फलों में आम है। इस ऋतु के दौरान लोग फलों के राजा आम खाने का खूब मजे उठाते हैं। इस ऋतु में चारों ओर आमों से लदे वृक्ष बागों की रौनक बढ़ाते हैं।

इतना ही नहीं बल्कि इस ऋतु में कई अनाज उपजते हैं। जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण फसल है – गेहूं, कई दलहन और तिलहन फसल। यह ऋतु भारतीय किसान को धनों से परिपूर्ण करते हैं। इस ऋतु में बाजारों में नए फल, सब्जी और अनाज आते है। यह ऋतु खानपान के दृष्टि से काफी अच्छा माना जाता है।

वसंत ऋतु के आने से लाभ (Benefit of Spring Season)

वसंत ऋतु को अन्य सभी ऋतुओं के अपेक्षा काफी अच्छा माना जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह ऋतु स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। इतना ही नही बल्कि इस ऋतु में पेड़ों में नए पत्तियों और नए फूल खिलते हैं। जिससे वातावरण का वायु शुद्ध होता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि सर्दी में भारत से पलायन करने वाले पक्षी वसंत ऋतु में पुनः भारत वापस आ जाते हैं।

इस ऋतु में चारों और हरियाली छाई रहती है और इस ऋतु में तापमान भी सामान्य होता है। जो पूरे सजीव जगत के लिए लाभदायक होता है। वसंत ऋतु (Essay on Spring Season in Hindi) मे कई फल ,सब्जी और अनाज उपजते हैं जो किसानों को धनों से परिपूर्ण करते हैं।

वसंत ऋतु के आने से हानि (Disservice of Spring Season)

वैसे जहां तक वसंत ऋतु के आने से हानियों की बात है तो इस संबंध में हम कह सकते हैं कि वसंत ऋतु के आने से बहुत ही कम हानियां हैं। यह तो हम सभी जानते हैं कि वसंत सर्दी के बाद और गर्मी से पहले आती है। जिस कारण यह ऋतु काफी संवेदनशील होता है। इस ऋतु में सामान्य तापमान रहने के कारण जीवाणु, वायरस इत्यादि को फैलने का अनुकूल परिस्थिति उपलब्ध हो जाता है।

यही कारण है कि वसंत ऋतु के दौरान सामान्य बुखार, सर्दी-खांसी, चेचक इत्यादि रोग उत्पन्न हो जाता है। अतः वसंत ऋतु स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से काफी संवेदनशील होता है।

उपसंहार (Conclusion)

वसंत ऋतु निश्चित तौर पर अन्य ऋतुओं से ज्यादा आरामदायक और खुशनुमा या फिर कहे तो उल्लासमय में होता है। यह प्रकृति के मध्य खुशहाली लाती है इतना ही नहीं बल्कि यह प्रकृति का एक अद्भुत निर्माण भी है। यह मनुष्यों में यौवन का उल्लास भर देती है।यह पक्षियों को कलरवमय कर देती है। इस धरती के सारे जीव जंतु इस ऋतु का अभिनंदन करते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि वसंत ऋतु प्रकृति का एक अनमोल उपहार है।

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